रेलवे सुरक्षा में क्रांति: 'कवच' तकनीक का विस्तार और RailTel शेयर अपडेट
रेलटेल का 'कवच' सुरक्षा प्रणाली इंस्टॉलेशन: 71 रेलवे स्टेशनों पर बड़ा कदम
प्रकाशन तिथि: 22 फरवरी 2025
भारतीय रेलवे की डिजिटल शाखा, रेलटेल कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (RailTel Corporation of India Ltd.), ने देशभर में 71 रेलवे स्टेशनों पर अत्याधुनिक 'कवच' सुरक्षा प्रणाली (Kavach Safety System) स्थापित करने की घोषणा की है। यह कदम भारतीय रेलवे में सुरक्षा को और अधिक मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है। इस खबर के बाद रेलटेल के शेयरों में 2.68% की गिरावट देखी गई और यह 305.30 रुपये पर बंद हुआ।
'कवच' सुरक्षा प्रणाली क्या है?
'कवच' (Kavach) एक उन्नत ट्रेन नियंत्रण प्रणाली (Train Collision Avoidance System - TCAS) है, जिसे भारतीय रेलवे ने विकसित किया है। यह प्रणाली ट्रेनों के बीच होने वाली संभावित टक्करों (Train Collisions) को रोकने और दुर्घटनाओं को टालने के लिए डिज़ाइन की गई है।
'कवच' की मुख्य विशेषताएँ:
1. ट्रेन नियंत्रण में सहायता: यदि लोको पायलट (Train Driver) सिग्नल का पालन नहीं करता, तो यह स्वचालित रूप से ट्रेन को रोक देता है।
2. रेलवे ट्रैक पर सिग्नलिंग में सुधार: ट्रेन की गति को ट्रैक की स्थिति के अनुसार नियंत्रित करता है।
3. ट्रेन दुर्घटना को रोकने की क्षमता: दो ट्रेनों के बीच संभावित टक्कर होने से पहले ही उन्हें धीमा कर सकता है या पूरी तरह रोक सकता है।
4. स्वदेशी तकनीक: यह प्रणाली 'मेक इन इंडिया' (Make in India) पहल के तहत विकसित की गई है और भारतीय रेलवे द्वारा परीक्षण किया गया है।
5. GPS और रेडियो कम्युनिकेशन: इसमें ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (GPS) और वायरलेस संचार का उपयोग होता है, जिससे ट्रेन की स्थिति का सटीक निर्धारण किया जा सकता है।
रेलटेल की नई योजना और कवच इंस्टॉलेशन का असर
रेलटेल द्वारा 71 स्टेशनों पर 'कवच' सुरक्षा प्रणाली लागू करने से भारतीय रेलवे के सुरक्षा मानकों में सुधार होगा। इससे यात्रियों को सुरक्षित सफर मिलेगा और ट्रेन संचालन में भी कुशलता बढ़ेगी।
इस फैसले के प्रभाव:
रेलवे नेटवर्क में आधुनिक तकनीक का समावेश।
यात्रियों की सुरक्षा में सुधार और दुर्घटनाओं में कमी।
रेलवे स्टेशनों पर डिजिटल अपग्रेडेशन और स्वचालित ट्रेन नियंत्रण।
रेलटेल के शेयरों पर असर।
रेलटेल के शेयरों में गिरावट क्यों आई?
22 फरवरी 2025 को, 'कवच' सुरक्षा प्रणाली के इंस्टॉलेशन की घोषणा के बावजूद रेलटेल के शेयरों में 2.68% की गिरावट देखी गई और यह 305.30 रुपये पर बंद हुआ।
शेयर गिरने के संभावित कारण:
1. बजट संबंधी चिंताएँ: 'कवच' जैसी नई तकनीकों के कार्यान्वयन में बड़ा पूंजी निवेश (Capital Expenditure) आवश्यक होता है, जिससे निवेशकों को अल्पकालिक लाभ में संदेह हो सकता है।
2. शेयर बाजार में अस्थिरता: भारतीय शेयर बाजार में हाल ही में कई सरकारी कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखी गई है, जिसका असर रेलटेल पर भी पड़ा।
3. लाभ बुकिंग: कुछ निवेशकों ने रेलटेल में हालिया वृद्धि के बाद लाभ बुकिंग (Profit Booking) की, जिससे शेयरों की कीमतों में गिरावट आई।
भारतीय रेलवे में 'कवच' की भविष्य की योजना
रेल मंत्रालय की योजना के अनुसार, 2025 के अंत तक पूरे भारतीय रेलवे नेटवर्क में 'कवच' सुरक्षा प्रणाली को लागू किया जाएगा। सरकार इस परियोजना के तहत प्राथमिकता के आधार पर हाई-डेंसिटी रेल नेटवर्क (High-Density Rail Network) पर इसका विस्तार करेगी।
भविष्य में संभावित लाभ:
रेल दुर्घटनाओं में 90% तक की कमी आने की संभावना।
यात्री ट्रेनों में समयपालन क्षमता (Punctuality) में सुधार।
भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण की दिशा में एक बड़ा कदम।
निष्कर्ष
रेलटेल द्वारा 'कवच' सुरक्षा प्रणाली को 71 रेलवे स्टेशनों पर लागू करने का निर्णय भारतीय रेलवे के सुरक्षा बुनियादी ढांचे (Safety Infrastructure) को और अधिक मजबूत करेगा। हालांकि, शेयर बाजार में रेलटेल के स्टॉक्स पर इस फैसले का अल्पकालिक नकारात्मक प्रभाव पड़ा है, लेकिन दीर्घकालिक दृष्टि से यह रेलवे और देश की अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक परिवर्तन लाएगा।
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